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KUMAR PRASANT

Others

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KUMAR PRASANT

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तारीफ़

तारीफ़

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मैं इश्क़ नहीं करता

ना ही प्यार करता हूं

क्यों की, मैं तो शायर हूं

लोगों के दिलों दिमाग में

इश्क़ और मोहब्बत का

नशा चढ़ाता हूं



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