स्त्री
स्त्री
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'स्त्री' शक्ती का मोल
ये 'स्त्री' से बढ़कर
कोई बता नहीं सकता,
खुद के जीवन में
भले संकट हो अनेक
तो भी चेहरे पे
प्यारी सी मुस्कान रखने
वाली होती है 'स्त्री',
हम इस दुनिया में
आते ही हमारे सामने
आता है सुंदर सा चेहरा
वो होती है 'स्त्री',
छोटे बच्चे के मुंह से
पहला शब्द निकलता
है ओ माँ
वो भी है एक 'स्त्री',
जीवन अपना बिताती
दूसरों के लिये
निडरता से खड़े रहने का
हौसला देती है 'स्त्री',
जिसमे पूरा ब्रह्मांड
समाया है जिसके
चरणों की धूल को
पावन माना है
वो है 'स्त्री'
आपको 'स्त्री' दिन की
बहुत बहुत शुभकामनाये
