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jay soni

Others

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सफलता की कलम

सफलता की कलम

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लड़ता रह तू ऐसे ही ये ज़िन्दगी से ,

इतना जल्दी रूठ ना तू इस ज़िन्दगी से। 


आज हारा है तो क्या ग़म है ,

जीतने के लिये आज भी दम है। 


क्यों समझता है कि तू किसी से कम है ,

तू खुद ही तो सफलता की कलम है। 


आज जो सपना है ,

कल वो अपना है। 


क्यूंकि ,

वो सपना भी तो अपना है। 

वो सपना भी तो अपना है। 



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