साथ देना
साथ देना
1 min
14.3K
साथ देना अमावस की रातों मे ,
जुगनू से निकल ना जाना तुम
बदले ज़माना रंग अगर तो , साथ बदल ना जाना तुम
मेरा टूटा - फूटा घर , जो है बसा तेरे आने से
आई ही गयी है तो सहेज के रखना ,
उजड़ जयेगा जाने से
कसमे - वादे वो मत करना ,
जो न निभा पाता है कोई
करना है तो इतना ही करना ,
पीछे हटना ना साथ निभाने से
मंजिल दूर है , राह कठिन है ,
विचलित ना हो जाना तुम
बदले ज़माना रंग अगर तो साथ बदल ना जाना तुम
क्या दिल का मै हाल सुनाऊँ ,
केसे व्यथा अपनी समझाऊं
आके गले मे वर्ण अटकते ,
गर मै बया कुछ करना भी चाहूं
तुम हो ऋचाये वेद के जैसी ,
गीता के श्लोक तुम्ही हो
भाँति ग़ज़ल की हो
जिसको जीवन भर मै गाता जाऊँ
यून्ही अमृत बनके रहना ,
गरल नही बन जाना तुम
बदले ज़माना रंग अगर तो , साथ बदल ना जाना तुम
