श्रीशुकदेव जी कहें, पुरुरवा के उर्वशी से छ पुत्र हुए। श्रीशुकदेव जी कहें, पुरुरवा के उर्वशी से छ पुत्र हुए।
कमलों की माला पहने चित्ररथ अप्सराओं संग विहार कर रहा। कमलों की माला पहने चित्ररथ अप्सराओं संग विहार कर रहा।