सरहद बुला रही हैं ,मेरी कोख के ओ लाल।रखना सदा ही दिल में ,अपने देश का तू ख्याल ।। सरहद बुला रही हैं ,मेरी कोख के ओ लाल।रखना सदा ही दिल में ,अपने देश का तू ख्याल ।...
मैं तूफ़ान से अब क्या कहूँ, जाने क्यूँ वो इतराता है मैं हूँ वो माझी जो, तूफ़ानों में जहाज़ चलाता है ... मैं तूफ़ान से अब क्या कहूँ, जाने क्यूँ वो इतराता है मैं हूँ वो माझी जो, तूफ़ानों...