मिलकर फल खाएं
मिलकर फल खाएं
आओ हम सब मिलकर खाएं
देखो यह ताजे-ताजे फल
मेरी मम्मी ने ये दिये हैं
देखो कितने सारे फल
मम्मी कहती फल खाने से
हम सब हो जाते तंदुरुस्त
और गाल भी लाल हो जाते
हम सब रहते चुस्त-दुरुस्त
स्वास्थ हमारा अच्छा रहता
ताकत देते हैं ये हमको
खुश होकर हम नाचे झूमे
और खेलते हम तो पल पल
सुबह-सुबह जो बच्चा भी
खाता है एक फल
वैध हकीम न पास में आता
कहते हमको बड़े ही हर पल
यही बात टीचर जी ने
हमको तो है बतलाइए
फल खाने से रोगों की
होती बहुत पिटाई
जब घर जाकर मम्मी को
मैंने यह बात बताई
खुश हो गई वे बहुत
और फलों की टोकरी घर
लायी खट्टा मीठा स्वाद है इनका
और हमें यह भातें हैं
कभी काट कर खाते इनको
कभी जूस पी जाते हैं
देख कर इनको मन ललचाए
बिन खाए भी रहा न जाए
हर किसी को ये है भाये
हम सबको है लाभ पहुंचाएं
चाहे कोई भी मौसम आये
या फिर हो दिन रात
फल तो है करते भैया
सभी के दिल पर राज.
