फिर मैं ख़ामोशी लिखूंगा, तुम्हारी बातों को बुनकरऔर तुम 'काशी' लिख देना टपकते उन आँसू को सुनकर फिर मैं ख़ामोशी लिखूंगा, तुम्हारी बातों को बुनकरऔर तुम 'काशी' लिख देना टपकते उन ...