STORYMIRROR

"जीवन एक संघर्ष"

"जीवन एक संघर्ष"

1 min
14.1K


जीवन को मैंने कई रंगों में रंगते देखा है...

जीवन के पलने में मैंने खुद को पलते देखा है

जीवन के पथ पर मैंने खुद को गिरते देखा है

जीवन के बारिश में मैंने खुद को भीगते देखा है

जीवन के तपिश में मैंने खुद को तपते देखा है

जीवन के छन्दों में मैंने खुद को बंधते देखा है

जीवन की जलधारा में मैंने खुद को बहते देखा है

जीवन को मैंने कई रंगों में रंगते देखा है...

जीवन को मैंने कभी-कभी पतझड़ सा उजड़ते देखा है

जीवन को मैंने कभी-कभी तन्हा टहलते देखा है

जीवन को मैंने कभी-कभी महफिलें सजाते देखा है

जीवन को मैंने कई रंगों में रंगते देखा है...

जीवन को मैंने कई रंगों में रंगते देखा है...

 

 

 

 


Rate this content
Log in