जागो मेरी गुड़िया रानी |
जागो मेरी गुड़िया रानी |
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निकला सूरज हुआ सवेरा,
मुर्गे ने कुकड़ू कु डेरा,
कोयल ने भी कुक लगाई,
चिड़िया ने भी चहक सुनाई,
सूरज ने किरणें फैलाई,
छटा सुनहरी जग पर छाई,
कलियां चटक चटक कर डोली,
दुनिया ने भी आंखें खोली,
जागे पशु पक्षी नर नारी,
जाग उठे है दुनिया सारी,
सोते-सोते रात बिताई,
अब तो जागो मेरी गुड़िया रानी।
