इश्क़
इश्क़

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वो जाम ही क्या जिसमे तेरा ज़िक्र ना हो,
वो इश्क़ ही क्या जिसमे फिक्र ना हो
वो मोहब्बत ही क्या जिसमे दिल रोया ना हो
और वो ज़िन्दगी ही क्या जिसमें इश्क़ ना हो।