दिल से नमस्कार
दिल से नमस्कार
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रिश्तों की कहकशां सरे बाजार बेचकर
घर को बचा लिया करो दीवार बेचकर
शोहरत की भूख हमको कहाँ लेकर आ गयी
हम मोहतरम भी हुए तो किराएदार बेचकर
दिलवालों वो शख्स बाप भी तो है
सुर्मा है रोटी ख़रीद लाया तलवार बेचकर
कह रहा हूँ की जिंदगी में मोहब्बत ही
सब कुछ नहीं होती मोहब्बत में
कामयाब होना मोहब्बत नहीं
