डर था तो !
डर था तो !
1 min
396
पहचान खोने का डर था तो
खुद को अपना बना लिया
चहेरा बदलने का डर था
कोई ओर मोहरा लगा लिया
मौसम बदलने का डर था तो
तुफान को दोस्त बना लिया
जिंदगी बदलने का डर था तो
मृत्यु को मेहमान बना लिया
यूं नरक में जाने का डर था तो
वापस आने का मन बना लिया
यहाँ का स्वर्ग खोने का डर था तो
अपने मन को मंदिर बना लिया
कहता "देव" मत रखो कोई डर तो
अपने ही अंदर ईश्वर समा लिया