भारत का जलकश
भारत का जलकश
जम्मू, लद्दाख और कश्मीर;
तूम हो पृथ्वी का स्वर्ग “जलकश”
तूम एक परी की तीन आंखें हो, जिसकी सुंदरता बहूत दिलकश
तुम्हे बाहें फेलाकर, पूकारते रहे;
हम पूरे भारत का परिवार
मगर, सत्तर सालो से बीच खड़ा था, तीनसो सत्तर का दीवार
सलामत रहेगी पहचान, संस्कृति, तुम्हारे जमीन और निवास
आओ और हमे, गले लगा लो,
कर लो हम पर, थोड़ा विश्वास
हम लोग तो, बहुत बुरे नहीं है,
ना हे दिलसे कोई लोहार
विविध है हमारे भाषा, संस्कृति, आस्था, खाद्य, त्योहार
आज भी हम सब, साथ रहते है, किसीने कुछ नहीं खोया
उस ऊँची दीवार को तोड़कर, हमने, प्य़ार का बीज को बोया
बीज से, सब मिलकर, बना सकते हैं, दिलकश पेड़ों का पहाड़
तुम चाहो तो, वहाँ मिल सकता हैं, सब खुशियों का बहार
भारत को दुनिया में श्रेष्ठ बनाने, आओ पकड़ो हमारे हाथ
उद्योग, विकास की आंधीं में,
केवल ही, दौडो हमारे साथ
शब्दों का अर्थ:
दिलकश = दिल, मन या चित्त को लुभाने वाला; चित्ताकर्षक,
Extremely beautiful.
लोहार = लोहे की चीज़ें बनानेवाला व्यक्ति, Blacksmith
