बचपन
बचपन
1 min
422
सुनहरे थे वो दिन
याद करूँ तो लाये
हँसी मेरे चेहरे पे।
पापा की थी मैं लाडली
माँ की थी मैं जान।
मेरी अपनी ही थी आन बान शान
खेलती थी मैं गुड़िया के साथ
गुड़िया मेरी दुनिया थी
वह रंग बिरंगे यादें वो
लाये हँसी मेरे चेहरे पे।
आज याद करूँ तो भुलाये
नहीं जाते वो दिन
क्योंकि सुनहरे थे वो दिन।