अक्सर...
अक्सर...
अक्सर जिंदगी मे चुने जाते हैं रास्ते,
ले चले जो खुशी के बड़े पर्वतों तक,
भूली जाती है लेकिन इस सफर में,
छोटी खुशियों के फूलों की महक।
अक्सर जो रहता है खामोश,
हसतें है लोग उसपर,
शोर तो सिर्फ उथला पानी ही करता है,
पर मोती तो देता है शांत समंदर।
अक्सर जब पहुंचता है इनसान कामयाबी की मंजिल तक,
भूल जाता है उसके अपनो को,
जिन माता पिता ने बनाए उसके कंधे मजबूत,
भूल जाता है उनके झुके कंधों को।
अक्सर सबसे गहरा प्यार होता है वो,
जो कभी ना आए होठों पर,
बोलती नहीं लेकिन आंखें कभी झूठ,
जिनमें वो प्यार आता है नजर।
अक्सर है बदनाम ये दुनिया,
के भरी पड़ी है लोगों की बुराइयों से,
पर नजरिया बदल कर देखो लोगों को कभी,
तो लगेगी खूबसूरत उनकी अच्छाइयों से।
अक्सर करता है इन्सान घमंड,
जब पाता है दौलत और शौहरत,
पर समझता नहीं है वो ये बात कि,
ये सब तो है ऊपरवाले की बदौलत।
अक्सर कुछ हासिल करने की चाह में,
अपना स्वास्थ्य खो बैठता है इन्सान,
भूल जाता है कि इस दुनिया में तो,
दो पल का है वो मेहमान!!
