अब प्रेम के लुट जाने के बाद बचा ही क्या है हमारे घर में जो चाबियों को रखा जाये संभाल कर...! अब प्रेम के लुट जाने के बाद बचा ही क्या है हमारे घर में जो चाबियों को रखा जाय...