गर्म गर्म गर्मी से जब दहकती हैं हवाएं भरी जेठ में जब झुलसाती हैं सदाएं। गर्म गर्म गर्मी से जब दहकती हैं हवाएं भरी जेठ में जब झुलसाती हैं सदाएं।