आंखों में गुस्सा रहता है मन में तेरे मगर ओ मैया मुरली वाला रहता है। आंखों में गुस्सा रहता है मन में तेरे मगर ओ मैया मुरली वाला रहता है।
आखिर ये कैसा प्यार था, जो हर दिन जताना पड़ता था आखिर ये कैसा प्यार था, जो हर दिन जताना पड़ता था