पड़ रही है तेज बारीश फिर भी कॉलेज जाने की ज़ीद हम करते हैं कॉलेज के दीवारों। . पड़ रही है तेज बारीश फिर भी कॉलेज जाने की ज़ीद हम करते हैं कॉलेज के दीवारों...
क्या वाकई अंत में सब ठीक हो जाता है.... मृत्यु शैय्या पर लेटा व्यक्ति आराम से मर पाता है, क्या मरना... क्या वाकई अंत में सब ठीक हो जाता है.... मृत्यु शैय्या पर लेटा व्यक्ति आराम से म...