Poet.
सुबह तक जागती रही थी मुझमें वो जिसको ओढ़ के सोया था बीती रात मैं। सुबह तक जागती रही थी मुझमें वो जिसको ओढ़ के सोया था बीती रात मैं।
मिलने मुझसे सिर्फ तुम्हारे लौट आने से। मिलने मुझसे सिर्फ तुम्हारे लौट आने से।
इबादत में सर झुकने लगा ! इबादत में सर झुकने लगा !
मेरे बर्बाद होते ही। मेरे बर्बाद होते ही।
कई ज़ख्म बिलखने लगते हैं ! कई ज़ख्म बिलखने लगते हैं !