I am a girl with disabilities and a writer who writes stories and poems mostly in hindi.
Share with friendsHe is an excellent actor on the stage of life because he is a clown on the stage of life.
Submitted on 30 May, 2020 at 17:33 PM
Once in a forest, there were two birds named Kichu and Pichu.
Submitted on 30 Apr, 2020 at 14:29 PM
अहंकार के चलते ही होते हैं जबकि इस दुनिया की कुदरती चीजों पर सबका हक है।
Submitted on 03 Mar, 2021 at 10:38 AM
आज उसकी अपवित्र देह की ओर नज़र उठाकर देखना भी पाप समझ रहे थे
Submitted on 16 Feb, 2021 at 17:46 PM
यह सब सोचते-सोचते चंद्रिका जैसे ही पीछे मुड़ी, उसे अपना ही जला हुआ शरीर दिखाई दिया जो उस
Submitted on 11 Feb, 2021 at 18:23 PM
क्या आप दोनों छोटे मालिक को पहले से ही जानते हो?" इतना सुनते ही नीर और प्रयुक्त चौंक जा
Submitted on 03 Feb, 2021 at 17:17 PM
राजा ब्रायन को उनका राज्य वापस मिल चुका था।
Submitted on 30 Jan, 2021 at 13:31 PM
तबस्सुम चौक गई-"क्या कल ईद है?अरे यार मैं तो बिल्कुल ही भूल गई।
Submitted on 13 Jan, 2021 at 17:47 PM
अपने पिता के कृत्यों को सुनकर उसके अंदर का प्रेम मर चुका था और वो बन गई एक नई दुर्गा।
Submitted on 08 Jan, 2021 at 16:36 PM
उसे इस तरह बेचने वाले और कोई नहीं बल्कि उसके माँ बाप थे।
Submitted on 06 Jan, 2021 at 16:21 PM
मंयक ने अंदर आते हुए पूछा- “अपनी बहू को आशीर्वाद नहीं दोगी दीदी?”
Submitted on 01 Jan, 2021 at 19:39 PM
ज्योति को इस तरह देखकर किरण की आंखों में आंसू आ गए
Submitted on 24 Dec, 2020 at 11:08 AM
कैसे बांटेंगे उन आँसुओं को, जो छलक आये थे अपनी वर्षों की तपस्या का यह फल देखकर
Submitted on 17 Dec, 2020 at 13:40 PM
सिध्रदना मृत्यु को प्राप्त होती है और उसके कुछ समय पश्चात कलिंग युद्ध प्रारंभ होता है!
Submitted on 10 Dec, 2020 at 15:19 PM
मार्गशीर्ष उसे पकड़ने के लिए पीछे भागता है लेकिन कोई लाभ नहीं होता। तभी उसे कुछ मिलता है
Submitted on 03 Dec, 2020 at 16:45 PM
युद्ध अपने चरम पर था कि तभी उन्हें एक बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी।
Submitted on 30 Nov, 2020 at 18:01 PM
वीरगढ़ के ख़ज़ाने के बारे में सुना है कि यहां जो भी आया है, उसने अपनी जान से हाथ धोया है।
Submitted on 29 Nov, 2020 at 17:39 PM
सम्भवतः कोई हमारी सेना और प्रजा को भयभीत कर उनका मनोबल तोड़ना चाहता हो।
Submitted on 26 Nov, 2020 at 15:30 PM
ताकि उसकी माँ वो घर खाली कर दे और वो इस घर में आराम से रह सके।
Submitted on 26 Nov, 2020 at 15:24 PM
अपनी शक्तियों का अभ्यास कर रहे थे तो उन दोनों का अभ्यास विपरीत हो गया और वो दोनों यहां
Submitted on 25 Nov, 2020 at 18:18 PM
सच्ची मित्रता तो निस्वार्थ भाव से क्रियान्वित होती हैं जो कि विचारों के परिवर्तन के
Submitted on 24 Nov, 2020 at 17:02 PM
वहाँ पर बातचीत करने के बाद तेनालीराम एक आम आदमी के घर पहुंचा।
Submitted on 22 Nov, 2020 at 16:13 PM
उसे पता था कि उसकी राह आसान नहीं है लेकिन अब वो उस पर चलने को तैयार था।
Submitted on 21 Nov, 2020 at 17:27 PM
औरत का जीवन भी अज़ीब हैं। मूर्ति बनाकर पूजा तो की जाती हैं लेकिन एक ज़िंदगी को अहमियत नही
Submitted on 20 Nov, 2020 at 11:25 AM
"मार्गशीर्ष ने इतना कहा ही था कि वहाँ कुछ अकल्पनीय घटित हुआ।
Submitted on 19 Nov, 2020 at 17:36 PM
“तो क्या आप सच में हो ?” प्रखर ने पूछा तो शक्तिमान ने हँसते हुए कहा- “तुम ही बताओ ?”
Submitted on 19 Nov, 2020 at 17:32 PM
मैं तीन सौ साल से सभी के लौटने का इंतज़ार कर रही हूं।
Submitted on 16 Nov, 2020 at 17:12 PM
आप व्यर्थ चिंता ना करें।” महेंद्र के चेहरे पर मुस्कान तैर गई।
Submitted on 15 Nov, 2020 at 16:40 PM
उसे कबड्डी प्लेयर बनना था लेकिन उसके माता पिता को यह पसंद नहीं था।
Submitted on 14 Nov, 2020 at 17:31 PM
चोर और कोई नहीं बल्कि प्रतिभा की छोटी बहन थी।
Submitted on 13 Nov, 2020 at 17:20 PM
मम्मी ने खुश हो कर दरवाजा खोला। एक हार पाकर मोगेंबो खुश हुआ
Submitted on 10 Nov, 2020 at 14:47 PM
क्या इसमें ग़लती उसकी नहीं थी जो उसने अपने बेटे को रावण बनने दिया।
Submitted on 07 Nov, 2020 at 17:09 PM
यह वही बहन थीं जिसने कभी अपनी छोटी बहन के लिए मार खाई थी।
Submitted on 06 Nov, 2020 at 17:14 PM
अब मुझे समझ में आ रहा था कि ननकी ने मजदूर बुलाने के लिए क्यों कहा था।
Submitted on 06 Nov, 2020 at 16:48 PM
मैने बड़ी मुश्किल से उठते हुए दरवाजा खोला तो सामने इरफान खान खड़े हुए थे।
Submitted on 01 Nov, 2020 at 16:53 PM
कुछ साल पहले भी एक लड़की को मार दिया था कुछ लड़कों ने मदद के बहाने से।
Submitted on 31 Oct, 2020 at 11:13 AM
यह सब बातें कोई सुन रहा था और वो था हृदय की भटकती हुई रूह।
Submitted on 24 Oct, 2020 at 17:28 PM
“चंद्रिका केवल मुझसे प्यार करती हैं और उसे मुझे ही प्यार करना होगा।”
Submitted on 21 Oct, 2020 at 06:51 AM
उसकी कीमत से वो कुछ छोटी छोटी सी खुशियाँ खरीद सकती थी अपने परिवार के लिए !
Submitted on 14 Oct, 2020 at 17:24 PM
“तुम्हारी दुश्मनी तो अपनी मॉम से है तो मुझे यहां क्यों बांधकर रखा हैं तुमने?”
Submitted on 07 Oct, 2020 at 17:53 PM
अब इस केस से विधान का क्या लेना देना? इस बंदे ने सिर घुमा कर रख दिया हैं।
Submitted on 02 Oct, 2020 at 16:11 PM
अभी दीप्ति अपनी बात कह ही रही थीं कि माधवी जी के सिर में दर्द होने लगा
Submitted on 25 Sep, 2020 at 12:48 PM
अब उसके दिमाग मे एक नई रूपरेखा तैयार हो रही थीं।
Submitted on 17 Sep, 2020 at 07:45 AM
शैलेश ने बड़ी मुश्किल से उठकर अखबार की कटिंग में छपी खबर और उसके साथ छपी हुई फोटो देखी।
Submitted on 10 Sep, 2020 at 16:08 PM
शैलेश को कार की डिकी में डालते हुए कहता है- “बी कंफर्टेबल एंड एन्जॉय डॉक्टर शैलेश।”
Submitted on 28 Aug, 2020 at 10:52 AM
मिस्टर सिंघानिया की मौत के सात दिन बाद आज माधवी ने खुली हवा में सांस ली थी।
Submitted on 22 Aug, 2020 at 05:55 AM
खबर के साथ अपनी बेटी निरुपमा की छोटी सी फोटो देखकर अनुपमा की आंखे भर आई।
Submitted on 20 Aug, 2020 at 06:41 AM
मिस्टर पुरषोत्तम लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया और इस बात का अफसोस मुझे जिंदगी भर रहेगा।”
Submitted on 15 Aug, 2020 at 16:57 PM
इतना कहने के साथ ही पुरषोत्तम माधवी को धक्का देकर बाहर निकल जाता हैं और माधवी खड़ी देखती
Submitted on 08 Aug, 2020 at 06:40 AM
वह नौजवान अपनी आंखें खोलता है और दर्शना की ओर देखता है।
Submitted on 02 Aug, 2020 at 12:58 PM
उसके आश्चर्य की कोई सीमा नही रही। “तो यह सपना नही सच था।” उसके मुंह से निकला...
Submitted on 24 Jul, 2020 at 11:51 AM
उस पर यकीन करने के अलावा चंद्रिका के पास कोई और चारा नहीं था।
Submitted on 11 Jul, 2020 at 17:16 PM
उसके माँ बाप दिन रात उसकी एक झलक देखने के लिए बस इंतजार किया करते थे !
Submitted on 04 Jul, 2020 at 17:43 PM
कमरे की दीवार पर कितना सुंदर चित्र बनाया गया है
Submitted on 28 Jun, 2020 at 14:48 PM
उनके पीछे चल पड़ते है तभी वो घूंघट वाली दुल्हन उन्हें जाते हुए देख रही होती हैं।
Submitted on 14 Jun, 2020 at 13:22 PM
उसके मन की सिसकियों की आवाज उसके अपने ही अनसुनी कर रहे थे।
Submitted on 07 Jun, 2020 at 12:44 PM
मैं भी तो आपका साया हूँ और आप उन लोगों की जान जिन्हें आप अपना नहीं मान पा रही हो।
Submitted on 31 May, 2020 at 14:22 PM
एक सर्वोत्तम अभिनेता हैं क्योंकि जिंदगी के स्टेज पर वो एक जोकर हैं।
Submitted on 30 May, 2020 at 17:55 PM
जैसे ही उसके पास पैसे आ जाएंगे तो वह उन्हें पैसे लौटा देगा।
Submitted on 26 May, 2020 at 16:51 PM
इस बार कीर्ति ने संभल कर वजन ऊपर उठाना शुरू किया। उसने अपने हाथ पर।
Submitted on 25 May, 2020 at 17:11 PM
बल्कि अपनी कुंठित मानसिकता को इस संसार के समक्ष निवस्त्र किया है।
Submitted on 20 May, 2020 at 10:44 AM
उसकी बात सुनकर शिरीष की आंखे नम हो गई और उसने दीया को गले लगा लिया।
Submitted on 18 May, 2020 at 17:23 PM
दया करो मालिक, बस थोड़ा सा पानी दे दो। मेरा बच्चा दो दिन से प्यासा है।
Submitted on 17 May, 2020 at 14:57 PM
वो नन्हा सा जीव उसे देखकर डर गया लेकिन कुछ देर बाद उसके साथ खेलने लगा।
Submitted on 14 May, 2020 at 16:49 PM
किन्नर होना ना तो मेरे बच्चे की इच्छा है और ना ही इसकी मजबूरी।
Submitted on 11 May, 2020 at 18:18 PM
मैने आज इनसे कहा था कि आप आने वाले हो, एयरपोर्ट पर आ जाए लेकिन फिर इनका वही बहाना।
Submitted on 05 May, 2020 at 17:41 PM
आपके मन का अंधविश्वास आज भी मेरा पीछा कर रहा है दादी माँ।”
Submitted on 02 May, 2020 at 14:35 PM
आधे घंटे बाद चार टिफिन तैयार थे लोगों की भूख तृप्त करने के लिए।
Submitted on 30 Apr, 2020 at 17:16 PM
पारस को उसे देखते ही प्यार हो गया था। लड़की का नाम भाविका था।
Submitted on 26 Apr, 2020 at 17:53 PM
आप किसी के नायक बन जाते हो और वहीं आपका इनाम बन जाता है।
Submitted on 20 Apr, 2020 at 17:22 PM
वह भूल गई थी कि उसने कभी कोई सपना देखा था, कोई प्रेजेंटेशन बनाई थी।
Submitted on 19 Apr, 2020 at 16:37 PM
तरु सोच में पड़ गया। ये लोग इस रास्ते पर क्या कर रहे है? क्या यह लोग सच कह रहे है?
Submitted on 05 Apr, 2020 at 14:31 PM
जिस दिन वह अपने पापा के साथ जा रही थी मैं अपने ख्याली पुलाव की बिरयानी खा रहा था।
Submitted on 29 Mar, 2020 at 17:27 PM
उसकी लापता बेटी उसके पास होगी और उसकी यह उम्मीद अभी भी जिंदा है।
Submitted on 29 Mar, 2020 at 15:01 PM
हम लोग अपनी जबान दे चुके है। अब यह हमारी इज्जत का सवाल है।
Submitted on 27 Mar, 2020 at 15:27 PM
तुम्हारी खोखली बातों ने मेरे जीवन को बर्बाद होने से बचा लिया।
Submitted on 25 Mar, 2020 at 17:35 PM
यह मैं कैसे बता सकती हूँ? इस बारे मे रिया से बात क्यों नहीं करता?
Submitted on 22 Mar, 2020 at 13:50 PM
इसके बाद कीचू और पीचू जब अपने घर लौटे तो वह रंग बिरंगे पक्षी बन चुके थे।
Submitted on 07 Mar, 2020 at 13:22 PM
रंग इस दहलीज के अंदर नही आएंगे क्योंकि यह एक विधवा आश्रम है।
Submitted on 05 Mar, 2020 at 17:16 PM
वह गोलू और मोलू के पापा थे। यह देखकर दोनों बच्चे हंसने लगे।
Submitted on 04 Mar, 2020 at 16:03 PM
“आप सभी याद रखें कि जिस तरह की होली की बधाई सरहद पार से हमारे देश में भेजी गई थी उससे क
Submitted on 03 Mar, 2020 at 16:17 PM
“किसी की जान लेने से तुम अपने ईटो के घर को तो एक बार को बचा भी सकते हो लेकिन क्या अपने
Submitted on 03 Mar, 2020 at 13:46 PM
जब हमें गुजिया खाने के लिए मिलती थी और हम बोलते थे- होली आयी रे।
Submitted on 02 Mar, 2020 at 16:33 PM
उनके पिता उन्हें कि हमें तुम्हारी पगार नहीं तुम्हारी तरक्की चाहिए।
Submitted on 02 Mar, 2020 at 10:51 AM
“आपका चेहरा काला कैसे हो गया? अब ठीक कैसे होगा?” उन्होंने अपने चेहरे पर पानी डाला और ह
Submitted on 01 Mar, 2020 at 16:20 PM
वह उसके साथ खेलना नही चाहता था क्योंकि वह मिट्टी में खेल रहा था।
Submitted on 01 Mar, 2020 at 15:42 PM
तुम हमेशा से ही मेरे साथ साथ चलते हो। तुम मेरे अंतर्मन हो जो मुझे कभी भटकने नहीं देता।
Submitted on 28 Feb, 2020 at 15:03 PM
इस संसार की कुंठित मानसिकता से हमेशा निर्भया ही क्यो जन्म लेती है निर्भय क्यों नहीं ?
Submitted on 26 Feb, 2020 at 12:02 PM
उसने खुद राख होकर वो मासूम बचपन बचा लिया था। अब वो बांझ नही रही क्योंकि अब वो एक माँ थी
Submitted on 25 Feb, 2020 at 11:29 AM
तनय तो इस रिश्ते के लिए मना करने के लिए ही वापस आया था लेकिन अब वह माला को अपने जीवनसाथ
Submitted on 24 Feb, 2020 at 12:49 PM
उसने इंसान को जानवर मे तब्दील होते हुए अपने सामने देखा था
Submitted on 24 Feb, 2020 at 08:48 AM
उसकी जिंदगी से प्यार का गीत हमेशा के लिए विदा ले चुका था।
Submitted on 17 Feb, 2020 at 17:13 PM
कीचू और पीचू अब बिल्कुल तैयार थे बसंत ऋतु के आगमन के लिए।
Submitted on 10 Feb, 2020 at 13:25 PM
पीले रंग की साड़ी पहन रखी थी जो कभी धीर उसकी माँ के लिए लाया था।
Submitted on 03 Feb, 2020 at 12:38 PM
भैया आप खड़े क्यों है? हमारे साथ आकर बैठो ना। देखो कितना मजा आ रहा है। उस नोनू ने मेरी सारी मूंगफली चट कर दी और अपनी वाल...
Submitted on 25 Jan, 2020 at 07:43 AM
ऑफ़िस से लौटते हुए भी उसके दिमाग में उसी लड़की के बारे मे सवाल चल रहे थे।
Submitted on 20 Jan, 2020 at 13:33 PM
उसने महसूस किया कि उसे अपनी इस स्थिति का जरा सा भी दुःख नहीं है
Submitted on 16 Jan, 2020 at 07:01 AM
वह सोच रही थी कि अपने जीवन का एक दिन भी तो उसने अपने प्रियतम को नहीं दे पाई
Submitted on 13 Jan, 2020 at 10:06 AM
वह एक सच्ची देशभक्त और एक सजग नागरिक बनकर हमेशा ही अपने देश की सेवा करेगी।
Submitted on 11 Jan, 2020 at 16:01 PM
“नही मरियम इन तस्वीरों को चेहरे की जरूरत नहीं क्योंकि प्यार का कोई चेहरा नहीं होता।”
Submitted on 06 Jan, 2020 at 12:37 PM
उस दिन मैं बहुत खुश थी क्योंकि मेरा सपना सच होने जा रहा था।
Submitted on 16 Dec, 2019 at 11:18 AM
मैं बहुत खुश थी कि मेरा और भैय्या का जन्मदिन एक ही दिन मनाया जाता है क्योंकि, मैं यह नहीं जानती थी कि मेरा जन्मदिन किसी ...
Submitted on 14 Dec, 2019 at 16:09 PM
मैं धीरे-धीरे संभलती हुई घुटनों के बल नीचे उतर रही थी। (यहाँ पर यह बताना चाहूंगी कि मैं सीढ़ियों पर उलटी उतर रही थी क्यो...
Submitted on 13 Dec, 2019 at 14:24 PM
“हर बार तो यही कहते हो कि इससे अच्छा कभी नहीं बना।” यह सिलसिला आज तक जारी है।
Submitted on 10 Dec, 2019 at 12:45 PM
दोस्त मेरे जीवन में अहम भूमिका निभाते हैं, हर पल मेरा साथ निभाते हैं। कभी साथ देकर,
Submitted on 02 Dec, 2019 at 16:07 PM
अब तुम्हें डिसाइड करना है कि तुम्हारे लिए कौन ज्यादा जरूरी है?
Submitted on 28 Nov, 2019 at 15:50 PM
“हमें तो यकीन ही नहीं हो रहा है कि अपने मोहल्ले में भी ऐसा कोई निकलेगा। सच किसी पर भरोस
Submitted on 27 Nov, 2019 at 14:48 PM
इस रिश्ते में कोई बंधन नहीं होता है और शादी में आदमी चाह कर भी आज़ाद नहीं होता
Submitted on 25 Nov, 2019 at 17:27 PM
“मम्मी यह श्राद्ध क्या होता है?” “बेटा आपके दादाजी भगवान जी के पास है ना तो उनके लिए फूड, क्लोथ्स भेजने के लिए हम पूजा ...
Submitted on 24 Nov, 2019 at 17:32 PM
शाम को जब प्रखर और बाकी सब आशा के मायके आये तो आशा के मन में कुछ उम्मीद बंधी कि। ...
Submitted on 20 Nov, 2019 at 16:54 PM
वह सही समय पर इस दलदल से निकल आया नहीं तो उसकी जिंदगी बर्बाद हो सकती थी।
Submitted on 17 Nov, 2019 at 16:23 PM
और उसे जिंदा लाश बनाने का जिम्मेदार हूँ मैं, उसके विश्वास का हत्यारा हूँ मैं।
Submitted on 15 Nov, 2019 at 16:45 PM
अपनी जिद के लिए किसी को कुछ यूं तबाह कर देना क्या यही प्यार है ?
Submitted on 11 Nov, 2019 at 16:44 PM
चाहकर भी मुँह नही मोड़ सकते इसलिए नीयत से ज्यादा लोकव्यवहार सन्तुलित होना चाहिये।
Submitted on 10 Nov, 2019 at 16:00 PM
अचानक ही इतनी सारी तब्दीलियाँ इंसान के मन पर कुछ असर तो डालती ही है
Submitted on 09 Nov, 2019 at 16:39 PM
उसे यकीन नहीं हो रहा था कि एक अनकहा रिश्ता उसके लिए जीवन भर की खुशियों लेकर आयेगा।
Submitted on 03 Nov, 2019 at 17:46 PM
गज्जू ने पड़ोस वाले मिश्रा जी के फोन पर चिट्ठी भेजी थी जिसमें उसने बस अपने आने के बारे म
Submitted on 01 Nov, 2019 at 17:40 PM
सुघोष के जन्म के बाद उनकी सोई हुई उम्मीद फिर से जाग उठी थी
Submitted on 31 Oct, 2019 at 17:19 PM
संयोग से तभी किसी मरीज के नेत्रदान की बात सामने आई और जो अब इस संसार से विदा ले चुका था
Submitted on 11 Sep, 2019 at 10:25 AM
चारों ओर ठहाके गूँजने लगे इस तसल्ली के साथ कि वृद्धावस्था में अकेले रहने की पीड़ा का समय रहते निदान हो गया था
Submitted on 11 Aug, 2019 at 17:09 PM
मैं अभी बिजली घर हो कर आता हूँ , जाने कब बिजली आएगी ? तब तक कहीं इंडिया की बैटिंग न निकल जाए
Submitted on 18 Jun, 2019 at 16:49 PM
अभी भी देर नहीं हुई है। हम दोनों मिलकर उसे एक अच्छा माहौल, एक अच्छी परवरिश दे सकते हैं। चलो उसे लेकर आते हैं, उसके बेहत...
Submitted on 15 Jun, 2019 at 12:44 PM
समाज की इन खोखली परंपराओं के नाम पर हमारा प्यार दम तोड़ रहा है और हम कुछ भी नहीं कर सकते है
Submitted on 09 Jun, 2019 at 16:54 PM
आज रजत खुश था कि उसे अपना बचपन वापस जीने का अवसर मिल रहा था।
Submitted on 22 May, 2019 at 17:33 PM
दोनों बच्चे अपने कमरे में बैठे हुए थे। उन्हें भूख लगी हुई थी लेकिन वह खुद से खाना भी नहीं ले सकते थे क्योंकि घर पर कुछ भ...
Submitted on 19 May, 2019 at 17:01 PM
ऐसे ही एक रात को जब मनीष और उसके दोस्त शराब के नशे में तेज़ रफ्तार कार का मज़ा ले रहे थे तभी एक धड़ाम की आवाज़ के साथ कार...
Submitted on 15 May, 2019 at 17:31 PM
अब उसे अपने जीवन में यह शिकायत कभी नहीं रहेगी कि उसने अपने परिवार को सब कुछ दिया, नहीं दिया तो अपना वक्त।
Submitted on 13 May, 2019 at 17:17 PM
हम लोग इतना ही कर सकते है कि अपनी ओर से किसी निरीह जानवर को परेशान न करें। हो सके तो उनकी यथासंभव मदद करने की कोशिश करें
Submitted on 11 May, 2019 at 18:00 PM
जिंदगी में एक बार ही सही मुझे भी एक इनाम मिला था फिर चाहे वह झूठा ही क्यों न हो।
Submitted on 30 Apr, 2019 at 10:58 AM