I'm Akanksha and I love to read StoryMirror contents.
आज सुहाया नहीं तेरा पानी की भीख, मांगना। आज सुहाया नहीं तेरा पानी की भीख, मांगना।
बड़ा भारी मन हो जाता है पल भर में कितनी भावनाएं आहत हुई जाती है बड़ा भारी मन हो जाता है पल भर में कितनी भावनाएं आहत हुई जाती है
अब मैं पुरखों में विलीन हूँ तुमको सदा आशीष ही दूंगा! अब मैं पुरखों में विलीन हूँ तुमको सदा आशीष ही दूंगा!