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जगह जगह बहती धाराएँ अब बन के रह गई हैं गंदे नाले जगह जगह बहती धाराएँ अब बन के रह गई हैं गंदे नाले
प्रकृति का कोई रूप या आकार नहीं होता प्रकृति का कोई रूप या आकार नहीं होता
एक ही जगह बैठकर प्यार की बातें करेंगे क्योंकि हम हैं राही प्यार के हम हैं राही प्य एक ही जगह बैठकर प्यार की बातें करेंगे क्योंकि हम हैं राही प्यार के हम...