खाली न जाऊँगा है इतना यकीं क्योंकि, मैं बूँद का प्यासा हूँ वो पूरा समुन्दर है।।
बहका मन बहकी सी कविता महका मन महकी सी कविता बहका मन बहकी सी कविता महका मन महकी सी कविता
रंगीं कागज़ के ये चंद टुकड़े कमाना भूल के आ लगा लें दिल ज़रा दिल को जलाना भूल के। मुझक रंगीं कागज़ के ये चंद टुकड़े कमाना भूल के आ लगा लें दिल ज़रा दिल को जलाना भूल के...
अपने माँ बाप के बेहद करीब हूँ मैं खुदा का शुक्र है खुशनसीब हूँ मैं। कुछ बड़ा होकर- अपने माँ बाप के बेहद करीब हूँ मैं खुदा का शुक्र है खुशनसीब हूँ मैं। कु...
एक लम्हा लगा था यूँ कि शायद अब करार आए इसी उम्मीद के सदके, उम्र सारी गुज़ार आए। निभा एक लम्हा लगा था यूँ कि शायद अब करार आए इसी उम्मीद के सदके, उम्र सारी गुज़ार आए...
भीतर बवंडर डोलता है, और हृदय ये बोलता है, टीस हर अपनी छुपा ले, सिसकियां गहरी दबा ले भीतर बवंडर डोलता है, और हृदय ये बोलता है, टीस हर अपनी छुपा ले, सिसकियां...
फिर आया बिछड़न का मौसम ,अपने थे पर गैर हुए तुम , छोड़ अकेले सघन वनों में ,प्रेम तलाशा ब फिर आया बिछड़न का मौसम ,अपने थे पर गैर हुए तुम , छोड़ अकेले सघन वनों में ,प्रेम...