लफ़्ज़ों से ज्यादा अल्फ़ाज़ों का सहारा लेती हु, मै खामोश रहे सब कहा करती हु.
ना बिछड़ने के बात होती, ना मिलन के रात होती, ए जिंदगी काश तू एक किताब होती.. ना बिछड़ने के बात होती, ना मिलन के रात होती, ए जिंदगी काश तू एक किताब होती....
तुम्हारे हैं तो खातिर दुनिया से मुंह मोड़ा था हमने तुम्हारे हैं तो खातिर दुनिया से मुंह मोड़ा था हमने
किस्मत बदले या ना बदले, ये जिंदगी बदल ही जाती है। किस्मत बदले या ना बदले, ये जिंदगी बदल ही जाती है।