Novel writer, guitarist, dubbing artist
जब भी अब कुछ बूंदे गिरती याद आता है तेरे आंचल का साया। जब भी अब कुछ बूंदे गिरती याद आता है तेरे आंचल का साया।
जब मन भर जाए उनका तो दिल से जुदा कर देना। जब मन भर जाए उनका तो दिल से जुदा कर देना।
कुछ तो कहती है ये फुलवारी, शायद सुन हम ही नही पाते। कुछ तो कहती है ये फुलवारी, शायद सुन हम ही नही पाते।
वो गुजारती हर एक रात है उसका आना एक एहसास है। वो गुजारती हर एक रात है उसका आना एक एहसास है।
मेरे निशानों पे जो ये पहरा है लम्हा यहां जो ठहरा है। मेरे निशानों पे जो ये पहरा है लम्हा यहां जो ठहरा है।