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हम आज भी देश को सामाजिक-धार्मिक संकीर्णता की स्थिति में ले जा रहे हैं। हम आज भी देश को सामाजिक-धार्मिक संकीर्णता की स्थिति में ले जा रहे हैं।
मैं चांद की बात करती हूँ वो सितारों को ढूंढता है मैं चांद की बात करती हूँ वो सितारों को ढूंढता है
मैं तो था सीधा सादा.. मैं तो था भोला भाला....तुमने पिला के जाम मुझको क्या कर डाला.. मैं तो था सीधा सादा.. मैं तो था भोला भाला....तुमने पिला के जाम मुझको क्या कर डाल...
मन खुश है ताे मनाओ लेकिन मस्ती में ज़िंदगी बिताओ लेकिन। मन खुश है ताे मनाओ लेकिन मस्ती में ज़िंदगी बिताओ लेकिन।
जिंदगी की हलचल, ए मुसाफिर जिंदगी की हलचल, ए मुसाफिर
आगे दरिया है डूब जाऊँ , क्या करूँ आगे दरिया है डूब जाऊँ , क्या करूँ
ये धडकन अब बंधन हाे गई तेरी धडकन मेरी धडकन हाे गई। ये धडकन अब बंधन हाे गई तेरी धडकन मेरी धडकन हाे गई।
दिल से दिल मिला भी है ओर गीला भी है, रास्ता इश्क में हरा भी है पथरीला भी है। दिल से दिल मिला भी है ओर गीला भी है, रास्ता इश्क में हरा भी है पथरीला भी ...
दिन याद बहुत आते है बार-बार तनहाई के। दिन याद बहुत आते है बार-बार तनहाई के।
फिर हमने भी तेरे घर से गुजरना छाेड़ दिया। फिर हमने भी तेरे घर से गुजरना छाेड़ दिया।