I'm Akshay and I love to read StoryMirror contents.
जलता चाहत का दिया है हरघड़ी, दिल में तू ही तू मिला है हरघड़ी। जलता चाहत का दिया है हरघड़ी, दिल में तू ही तू मिला है हरघड़ी।
फिर शायद मन हल्का हो जाए, तू भी तो देख ले थोड़ा रो कर। फिर शायद मन हल्का हो जाए, तू भी तो देख ले थोड़ा रो कर।
हूँ मैं नज़दीक लेकिन, तू ही दूर जा रही है। हूँ मैं नज़दीक लेकिन, तू ही दूर जा रही है।
हर दिन घर जाने की देरी रहती थी ना? शाम हुई है फिर भी तू घर क्यूँ नहीं जाता? हर दिन घर जाने की देरी रहती थी ना? शाम हुई है फिर भी तू घर क्यूँ नहीं जाता?
तू है अक्ष मिट्टी के मटके की खुश्बू, खतम अब हुई है तमाशे की दुनिया। तू है अक्ष मिट्टी के मटके की खुश्बू, खतम अब हुई है तमाशे की दुनिया।
इक ऐसी दिवाली हो, घर घर में खुश-हाली हो, रंग बिरंगे रंगों से आसमान कभी ना खाली हो। इक ऐसी दिवाली हो, घर घर में खुश-हाली हो, रंग बिरंगे रंगों से आसमान कभी ना खाल...
अक्ष भी क्यों खो सकता था घोड़े बेच के ? अक्ष भी क्यों खो सकता था घोड़े बेच के ?
जो जैसा भी चाहे वो मतलब निकाले, कि हमने तो किया सब उन के हवाले। जो जैसा भी चाहे वो मतलब निकाले, कि हमने तो किया सब उन के हवाले।