Mere bare me mere har ek alfaz me Paoge !
अब मैं दिन का आधा हिस्सा अपने गुरु के संग बिताता हूं मैं सीखता हूं कुछ तो कुछ दर्द उनसे जताता हू... अब मैं दिन का आधा हिस्सा अपने गुरु के संग बिताता हूं मैं सीखता हूं कुछ तो कु...
तो कोई आके घर बसा लेगा। तो कोई आके घर बसा लेगा।
बिछड़ के भी आज तू मुझ में कहीं बाकी है । बिछड़ के भी आज तू मुझ में कहीं बाकी है ।
अब अगर कोई सियार भी आ जाए सामने तो इस शेर के आने का इन्तज़ार मत रखना.. अब अगर कोई सियार भी आ जाए सामने तो इस शेर के आने का इन्तज़ार मत रखना..