हर पथ पे ऐ मालिक मेरे बस ये गुहार हो मेरी लालिमा प्रभु न कभी दागदार हो
ये कविता मेरी कविता के लिये समर्पित हैमेरा सब कुछ --- मेरी माँ मेरा बाप सब||इसका आस्तित्व मेरा होना ... ये कविता मेरी कविता के लिये समर्पित हैमेरा सब कुछ --- मेरी माँ मेरा बाप सब||इसका...
इस कविता में मैंने एक मानवीकरण उपकरण द्वारा उन सब से सवाल करने की कोशिश की है , जिसके लिए इंसान हर ... इस कविता में मैंने एक मानवीकरण उपकरण द्वारा उन सब से सवाल करने की कोशिश की है ,...
ये कविता महज़ एक आत्मा की उत्पत्ति है ये कविता महज़ एक आत्मा की उत्पत्ति है