अपनी ही साँसों का कैदी रेशम का यह शायर इक दिन अपने ही तागों में घुट कर मर जायेगा
पास हो तुम दूर भी रंग अहसास का है इक ये भी पास हो तुम दूर भी रंग अहसास का है इक ये भी
कोशिश कर रहा हूँ मैं तुम्हे भूलने की। जीवन शून्य को भरने की उत्पन्न हुआ है जो तुम्हारे चले जाने से। कोशिश कर रहा हूँ मैं तुम्हे भूलने की। जीवन शून्य को भरने की उत्पन्न हुआ है जो तु...
तुम कोई प्यार भरी ग़ज़ल तो नहीं तुम कोई प्यार भरी ग़ज़ल तो नहीं
ज़िन्दगी ने हमसे कोई ख़्वाहिश की तो होगी। मुकर जाना करके वादे निभाने के सियासतदानों से उसकी पहचान पुरा... ज़िन्दगी ने हमसे कोई ख़्वाहिश की तो होगी। मुकर जाना करके वादे निभाने के सियासतदानो...
भूला नहीं हूँ मैं, याद है मुझे बातों से झड़ते फूलों की ख़ुशबू भूला नहीं हूँ मैं, याद है मुझे बातों से झड़ते फूलों की ख़ुशबू