सदा मुस्कुराते रहो।
अपना हाथ लम्बा करके वृंदा के पेट के ऊपर दबाव बनाते हुए शेखर ने सीट को पीछे कर दिया। अपना हाथ लम्बा करके वृंदा के पेट के ऊपर दबाव बनाते हुए शेखर ने सीट को पीछे कर दि...
बहुत थकान महसूस हुई।ओह ! ये क्या। उफ़न गई सारी खीर। बहुत थकान महसूस हुई।ओह ! ये क्या। उफ़न गई सारी खीर।
कुछ यादें जो कभी भूलती नहीं... कुछ यादें जो कभी भूलती नहीं...