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क्या तुम मुझे यहाँ सबके सामने अभी चूम सकते हो? उसने शरारत भरी आँखों से चुनौती दी। क्या तुम मुझे यहाँ सबके सामने अभी चूम सकते हो? उसने शरारत भरी आँखों ...
नदी में प्रवाहित करने से पहले तौल लिया था अपने भारी मन का भार नदी में प्रवाहित करने से पहले तौल लिया था अपने भारी मन का भार
मैं तो अब भी वही हूँ कशमकश भरे कदम रखते हुए, हाथों में मेघदूत पकड़े, भारी पलकों को थामे... मैं तो अब भी वही हूँ कशमकश भरे कदम रखते हुए, हाथों में मेघदूत पकड़े, ...