भोला मन जाने, अमर मेरी काया....
विश्वनाथ मंदिर है हृदय, और ये सँकरी गलियाँ, धमनियाँ और शिराएँ हैं, जो आकर मिलती हैं, सब ... विश्वनाथ मंदिर है हृदय, और ये सँकरी गलियाँ, धमनियाँ और शिराएँ हैं, जो आ...
एक तारक में दिखी छवि नभ-निवासी की उसे तीव्र स्वर में फूट वह भू-वासिनी गाने लगी। एक तारक में दिखी छवि नभ-निवासी की उसे तीव्र स्वर में फूट वह भू-वासिनी गाने लग...
मेरे गर्भ में प्रेम-पला था कहना सरल है किन्तु अब कैसे प्रेम चिता को अग्नि दे पाएँ सखी तुम्ह... मेरे गर्भ में प्रेम-पला था कहना सरल है किन्तु अब कैसे प्रेम चिता को अग्नि ...
हम सब में, (अंतिम) श्वास भरता है, बनारस। हम सब में, (अंतिम) श्वास भरता है, बनारस।