मैं एक गृहणी हूँ, मुझे पढ़ना और लिखना पसंद है। "मैं अपनें जज़्बातो को शब्दों के मोती में पिरो कर जिंदगी के कागज़ पर भावों के क़लम से लिखती हूँ ।"
तुम सब को देश का गौरव बढ़ाना है, तुम इस देश की शान हो। तुम सब को देश का गौरव बढ़ाना है, तुम इस देश की शान हो।
इन आँखो ने भी देखे सपने, मैं भी बस्ता लेकर स्कूल जाऊँगा! इन आँखो ने भी देखे सपने, मैं भी बस्ता लेकर स्कूल जाऊँगा!
मैं जब बड़ा हो जाऊँगा आपकी , यादों के चश्मे से अपना बचपन देखूँगा ! मैं जब बड़ा हो जाऊँगा आपकी , यादों के चश्मे से अपना बचपन देखूँगा !