मेरा और लेखन का बस इतना सा रिश्ता हैं जब दिल भर जाता हैं तब जज्बात कागजो पर सिहाई से बगावत कर बैठते हैं शायर तो नही पर अपने दिल के जज्बात तो बेहद खूब लिखना जानता हूँ
पर मोहब्बत बेहद गहरी थी की दूरी हो कर भी दूरी ना थी उसको ना दोष दे कर खुद को कसूरवार घोषित करता र... पर मोहब्बत बेहद गहरी थी की दूरी हो कर भी दूरी ना थी उसको ना दोष दे कर खुद को क...
मुझे अपना कोई दर्द नहीं बतलाती है, मेरी हर खुशी को धागे में पिरोते जाती है, कुछ भी कर दो उसक... मुझे अपना कोई दर्द नहीं बतलाती है, मेरी हर खुशी को धागे में पिरोते जाती है,...
मेरे एक ख्वाब के दो पंख हैं, मेरे माँ-पापा मेरे संग है। मेरे एक ख्वाब के दो पंख हैं, मेरे माँ-पापा मेरे संग है।