लेखिका, शायरा, कवयित्री
हम बे-ख़ौफ कह देते हैं हँस कर ख़ुदा-हाफ़िज़ जाने वाले को रोकने का इरादा क्यूँ किया जाय हम बे-ख़ौफ कह देते हैं हँस कर ख़ुदा-हाफ़िज़ जाने वाले को रोकने का इरादा क्यूँ...
जहाँ रिश्तों की बुनियाद ही प्रेम हो जहाँ रिश्तों की बुनियाद ही प्रेम हो
जीवन और प्रेम में स्त्री निश्चछल भावनाओं को चुनती है। जीवन और प्रेम में स्त्री निश्चछल भावनाओं को चुनती है।
ढल जाता है विच्छेद स्वरूप में जीवन का व्याकरण कुछ इस तरह चलता है ढल जाता है विच्छेद स्वरूप में जीवन का व्याकरण कुछ इस तरह चलता है