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जिसमें शामिल है, नौ माह के दुःख का सच जिसमें शामिल है, नौ माह के दुःख का सच
सूरज का सूरज होना, कब बदल पाया, एक टुकड़ा बादल... सूरज का सूरज होना, कब बदल पाया, एक टुकड़ा बादल...
जब जहर उगलने लगते हैं सुर-असुर के भेद. जब जहर उगलने लगते हैं सुर-असुर के भेद.
आदत हो गई थी उसे भूख को समझाने की आदत हो गई थी उसे भूख को समझाने की
समंदर हो जाती हूँ समंदर हो जाती हूँ
स्त्री और पुरुष स्त्री और पुरुष