// मुझको मेरे वज़ूद की हद तक न जानिए..// // बेहद हूँ, बेहिसाब हूँ, बेइंतहा हूँ मैं.......... //
आज उस घटना को 20 साल हो चुके है, जब भी उसके बारे मे सोचता हूँ तो एक सिहरन सी पूरे शरीर आज उस घटना को 20 साल हो चुके है, जब भी उसके बारे मे सोचता हूँ तो एक सिहरन सी पूर...
बावड़ी मे झांकने के साथ ही मोहन के प्राण पखेरू उड़ चुके थे l बावड़ी मे झांकने के साथ ही मोहन के प्राण पखेरू उड़ चुके थे l
आज राहुल की भटकती आत्मा को शान्ति मिलेगी। ओम शांति ओम। आज राहुल की भटकती आत्मा को शान्ति मिलेगी। ओम शांति ओम।