ये वक्त ने किया कुछ ऐसा सितम, के शायर बन गए हम।
तू जरूरी है कुछ यूं,जैसे प्यासे को नीर की तरह। तू जरूरी है कुछ यूं,जैसे प्यासे को नीर की तरह।
दुनिया से लड़ जाऊं अकेली, तीर की तरह करूं इबादत तेरी, किसी पीर की तरह। दुनिया से लड़ जाऊं अकेली, तीर की तरह करूं इबादत तेरी, किसी पीर की तरह।
फिर कई बरसों बाद किसी पे ऐतबार आया रोका खुदको याद फिर पहला प्यार आया। फिर कई बरसों बाद किसी पे ऐतबार आया रोका खुदको याद फिर पहला प्यार आया।