I'm khushi and I love to read StoryMirror contents.
पर कागज भी आखिर चुप कहां रहता है पर कागज भी आखिर चुप कहां रहता है
शीशे का था शायद इसलिए इतनी जल्दी फूट गया। शीशे का था शायद इसलिए इतनी जल्दी फूट गया।
क्योंकि शायद तू भूल गई है कि बोलना तो गुनाह है। क्योंकि शायद तू भूल गई है कि बोलना तो गुनाह है।