पूरी दुनिया में उत्तर और दक्षिण के बीच श्रेष्ठता को लेकर द्वंद्व की बात की जाती है। मानवीय रंग से जुड़ी संवेदनाएं भी इस संघर्ष में अपनी भूमिकाएं निभाती रही हैं। आदिकाल से चली आ रही यह बहस भारतीय उपमहाद्वीपीय समाज में भी नजर आती है। इस सामाजिक विवाद के स्वरूप और जटिलताओं को समझने के लिए ह्यूमर टाइम्स की संपादक मुक्ता गुप्ता से बात कर रहे हैं मीडियाभारती.नेट के संपादक धर्मेंद्र कुमार …
कोरोना के चलते 'पांच ट्रिलियन डॉलर' की अर्थव्यव
हालिया कुछेक महीनों में सरकार के कई फैसलों से ल
पूरी दुनिया में उत्तर और दक्षिण के बीच श्रेष्ठत
राम जन्मभूमि मामले में अदालत के फैसले के बाद मं
समाज में संवेदनहीनता लगातार बढ़ती जा रही है। अस
... एक रात को दो बजे, जब अचानक नींद खुल गई तो ट
बिहार में चुनावी सरगर्मियां बहुत तेज हो गई हैं।
हाथरस में विपक्षी दलों के नेताओं और मीडिया को आ