... एक रात को दो बजे, जब अचानक नींद खुल गई तो टीवी से 'उलझ' बैठे और चैनल सर्फ करते-करते 'भोजपुरी टेरीटरी' तक जा पहुंचे। किसी मूवी चैनल पर निरहुआ की फिल्म 'बिदेसिया' आ रही थी। भोजपुरी में ऐसी फिल्में भी बनती हैं, यह जानकर अचंभा हुआ। नौटंकी विधा को फिल्म विधा के साथ गूंथकर बनाई गई यह फिल्म जब देखना शुरू किया तो फिर चैनल बदल ही नहीं पाए। जरूरी नहीं है कि मिठास और श्रम की भाषा भोजपुरी में 'बकवास' फिल्में ही बनती हैं, यहां 'बढ़िया' सिनेमा भी है। भोजपुरी सिनेमा के पुराने रसूख और मौजूदा स्थिति पर वरिष्ठ पत्रकार और साहित्य समालोचक प्रमोद कुमार पांडेय से बात कर रहे हैं मीडियाभारती.नेट के संपादक धर्मेंद्र कुमार ...
कोरोना के चलते 'पांच ट्रिलियन डॉलर' की अर्थव्यव
हालिया कुछेक महीनों में सरकार के कई फैसलों से ल
पूरी दुनिया में उत्तर और दक्षिण के बीच श्रेष्ठत
राम जन्मभूमि मामले में अदालत के फैसले के बाद मं
समाज में संवेदनहीनता लगातार बढ़ती जा रही है। अस
... एक रात को दो बजे, जब अचानक नींद खुल गई तो ट
बिहार में चुनावी सरगर्मियां बहुत तेज हो गई हैं।
हाथरस में विपक्षी दलों के नेताओं और मीडिया को आ