बिहार चुनावों के परिणाम हमारे सामने आ चुके हैं... और, जैसे कि पिछले कई बार से एक्जिट पोल के नतीजे लगातार गलत आ रहे हैं, इस बार भी गलत ही साबित हुए। तो, क्या अब वक्त नहीं आ गया है कि एक्जिट पोल की इस 'बेवकूफाना' अवधारणा को उठाकर डिब्बे में बंद करके कहीं रख दिया जाए…? एक्जिट पोल की प्रासंगिकता और इससे जुड़े कई दूसरे सवालों पर मीडिया आलोचक और वरिष्ठ पत्रकार ब्रज खंडेलवाल से बात कर रहे हैं मीडियाभारती.नेट के संपादक धर्मेंद्र कुमार ...
कोरोना के चलते 'पांच ट्रिलियन डॉलर' की अर्थव्यव
हालिया कुछेक महीनों में सरकार के कई फैसलों से ल
बिहार चुनावों के परिणाम हमारे सामने आ चुके हैं.
पूरी दुनिया में उत्तर और दक्षिण के बीच श्रेष्ठत
राम जन्मभूमि मामले में अदालत के फैसले के बाद मं
समाज में संवेदनहीनता लगातार बढ़ती जा रही है। अस
... एक रात को दो बजे, जब अचानक नींद खुल गई तो ट
बिहार में चुनावी सरगर्मियां बहुत तेज हो गई हैं।
हाथरस में विपक्षी दलों के नेताओं और मीडिया को आ