शीर्षक-देवाधिदेव मेरे जगद्गुरू
शीर्षक-देवाधिदेव मेरे जगद्गुरू
पूर्ण श्रद्धा से करूँ तेरी आराधना
तेरी भक्ति में डूबे हैं,धर्मनिष्ठित प्राणतत्व मेरे,
नित्य प्रेम-भाव से करूँ अभिवंदना तेरी
तेरी उपासना से भोले धन्य हो गए जीवन हमारे ।
मन को अति मोहे हे !
चारुविक्रम वामदेव मेरे शम्भू
महिमा तेरी अनंत है, हे !
देवाधिदेव मेरे जगद्गुरु।
यत्र-तत्र-सर्वत्र शाश्वत विराजे
हे! देव त्रिपुरारी त्रिलोचन ,
अकाल मृत्यु को हरो भगवन्
हे ! महादेव मृत्युंजय पाशविमोचन ।
शस्त्र -स्वरूप , प्रबल- भीम
उग्र रूप हे! सोमसूर्याग्निलोचन ,
करे धारण शूलपाणि, ललाटाक्ष
हे ! विश्वेश्वर हिरण्यरेता भुजंगभूषण ।
अपनी दयादृष्टि फेरो मुझ पर
हे ! त्रिलोक स्वामी महेश्वर,
हर संकट को दूर करो हे महादेव
त्रिलोकेश दयानिधि परम परमेश्वर।
