Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

HITENDRA KUMAR

Others

3  

HITENDRA KUMAR

Others

मेरी माता संस्कृत

मेरी माता संस्कृत

1 min
444


सहज, सरल, निष्कलंक, पावन,

मेरी माता संस्कृत है महान।

राजा, रंक न कोई सिपाही,

देव न दानव कर सके बखान ॥


समाहित तुझमे चतुर्वेद, त्रिभुवन,

अष्टधातु ,नवग्रह ,त्रिकाल।

वंदन करे सदा चतुरानन,

मेरी माता संस्कृत है महान ॥


गिरिधर करे नित्य अभिषेक,

तू यशप्राप्त, तू निर्विकार।

मनोहर, गुणयुक्त तू निर्विवाद ,

मेरी माता संस्कृत है महान॥


उपासक तेरे है दशानन ,

किससे करूँ तेरा उपमान।

तू शाश्वत,तुझमे सूर्य सा प्रताप ,

मेरी माता संस्कृत है महान॥


संस्कृत है भारत की शान,

राष्ट्र को तुझ पर अभिमान।

तू देवालय,निर्मल,आनंदाश्रम ,

मेरी माता संस्कृत है महान॥


शरणागत है रणधीर, कलाप्रवीण,

कविश्रेष्ट करें आमरण ध्यान।

करें पुरुषोत्तम तेरी महिमा गान,

मेरी माता संस्कृत है महान॥


Rate this content
Log in