जब आपकी जरूरत भर मिले तो खुशनसीब और जिसकी जरूरत कभी पूरी नहीं हो वह बदनसीब। जब आपकी जरूरत भर मिले तो खुशनसीब और जिसकी जरूरत कभी पूरी नहीं हो वह बदनसीब।