« इस कहानी में चिड़िया एक औरत है जो किसी ने किसी पिंजरे में कैद है ।कहीं अपनी मर्जी से « इस कहानी में चिड़िया एक औरत है जो किसी ने किसी पिंजरे में कैद है ।कहीं अपनी मर...
चलती फिरूँ...उड़ती फिरूँ ....मस्त बनके पंछी में गगन में ...आफताब को अपना बनाऊं में रोको न मुझे छू लूँ... चलती फिरूँ...उड़ती फिरूँ ....मस्त बनके पंछी में गगन में ...आफताब को अपना बनाऊं मे...