और गौरीशंकर उस श्रापित शीशमहल से अपनी घृणित योजना के साथ बाहर आ गया। और गौरीशंकर उस श्रापित शीशमहल से अपनी घृणित योजना के साथ बाहर आ गया।
आंखें पौंछती अम्मा को एकटक देखती गौरा झाड़ू लेने बढ़ रही है, घोंसला साफ़ करने को ! आंखें पौंछती अम्मा को एकटक देखती गौरा झाड़ू लेने बढ़ रही है, घोंसला साफ़ करने को...
ना वो किसी से बात करते, ना बच्चों के साथ खेलने जाते ना वो किसी से बात करते, ना बच्चों के साथ खेलने जाते